दूसरी विदाई की अच्छी शुरुआत





राजस्थानी फिल्म दूसरी विदाई को उदयपुर में अच्छी शुरआत मिली है। संगीत जबान पर चढऩे वाला होन का फायदा भी इसे मिला है। सबसे अच्छी बात यह है कि फिल्म ग्रामीणों के साथ ही शहरी दर्शकों को भी लुभा रही है।
निर्देशक लोकश मैनारिया ने बताया कि 6 अगस्त से यह फिल्म पिक्चर पैलेस में रोजाना चार शो में दिखाई जा रही है। पहले दिन से ही उम्मीद के मुताबिक इसे दर्शकों का अच्छा रेस्पांस मिला। हालांकि दो-तीन दिन बाद दर्शकों की संख्या में थोड़ी गिरावट जरूर आई, लेकिन ओवरआल फिल्म अच्छी चल रही है। मंगलवार को हरियाळी अमावस होने के कारण महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ रही।

2 टिप्‍पणियां

सुनील गज्जाणी ने कहा…

सादर प्रणाम !
सही है कि आज राजस्थानी सनेमा ६८ साल का होने के बाद भी अपना स्थान नहीं बना पाया , शायद इस का दोष सरकारी स्तर तो है ही सहय्द इस के साथ हम सब भी है इतनी अच्छी लोकेशन होने के बावजूद हम अच्छी कहानी क्यूँ नहीं चुन पा रहे हर बार लग भाग एक ही पारकर कि कथा वस्तु , कही कही production में ही कम रह जाती है ऐसा मेरा मानना है , एक सम्रद्ध संस्कृति है , और भी बहुत बाते है , जिस में दोष दर्शकों का भी है जो अपनी मात्र भाषा को दर किनार कर रहे है . कमान है वो दिन शिग्र आये जब हमारा सिनेमा एनी प्रादेशिक सिनेमा के साथ खड़ा हो .
सादर
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shivraj gujar ने कहा…

aapne bilkul sahi kaha sunil ji. is baare main rajasthani film nirmataon ko sochana hi padega agar unhen darshakon ko vapas cinema hall tak lana hai to.

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