महिपाल : राजस्थानी फिल्मों के पहले नायक
1942 में राजस्थानी सिनेमा रूपहले परदे पर अवतरित हुआ। पहली फिल्म थी नजराना और पहले नायक थे महिपाल।
महिपाल का जन्म 24 नवंबर 1919 को राजस्थान के जोधपुर कस्बे में हुआ। किशोरावस्था से ही वे थियेटर से जुड़ गए। वे कविताएं भी बहुत बढिय़ा लिखते थे। थियेटर करने का जुनून उन्हें मुंबई ले गया। जीपी कपूर द्वारा निर्मित राजस्थानी फिल्म नजराना को उनकी डेब्यू फिल्म माना जा सकता है। यह फिल्म राजस्थानी भाषा में बनने वाली पहली फिल्म थी। नजराना के निर्माता भले ही राजस्थान के नहीं थे, लेकिन राजस्थानी फिल्मों का हीरो बनने का मौका एक राजस्थानी को ही मिला। महिपाल ने नवरंग और पारसमणी सहित कई चर्चित हिंदी फिल्मों में भी अभिनय के कई रंग बिखेरे। जीवन के अंतिम दिनों में उन्होंने खुद को सिने जगत से बिल्कुल अलग कर लिया था। ...और 15 मई 2005 को सिनेमा के पर्दे का यह हीरो जीवन के रंगमंच से हमेशा के लिए विदा हो गया।
महिपाल का जन्म 24 नवंबर 1919 को राजस्थान के जोधपुर कस्बे में हुआ। किशोरावस्था से ही वे थियेटर से जुड़ गए। वे कविताएं भी बहुत बढिय़ा लिखते थे। थियेटर करने का जुनून उन्हें मुंबई ले गया। जीपी कपूर द्वारा निर्मित राजस्थानी फिल्म नजराना को उनकी डेब्यू फिल्म माना जा सकता है। यह फिल्म राजस्थानी भाषा में बनने वाली पहली फिल्म थी। नजराना के निर्माता भले ही राजस्थान के नहीं थे, लेकिन राजस्थानी फिल्मों का हीरो बनने का मौका एक राजस्थानी को ही मिला। महिपाल ने नवरंग और पारसमणी सहित कई चर्चित हिंदी फिल्मों में भी अभिनय के कई रंग बिखेरे। जीवन के अंतिम दिनों में उन्होंने खुद को सिने जगत से बिल्कुल अलग कर लिया था। ...और 15 मई 2005 को सिनेमा के पर्दे का यह हीरो जीवन के रंगमंच से हमेशा के लिए विदा हो गया।
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