राजस्थानी फिल्मों को पूरा दस लाख ही मिले अनुदान

राजस्थानी सिनेमा विकास संघ की बैठक में सदस्यों ने उठाई मांग

जयपुर। राजस्थानी सिनेमा विकास संघ की बैठक गांधीनगर मोड़ पर सन टावर स्थित स्टार स्ट्रक एक्टिंग स्कूल में हुई। इसमें संघ के पदाधिकारियों ने विचार-विमर्श किया कि कैसे राजस्थानी सिनेमा को आगे बढ़ाया जाए।

बैठक में निर्णय लिया गया कि सिनेमा से जुड़े लोगों को अधिक से अधिक संख्या में संघ से जोड़ा जाए। साथ ही उन कामों की भी लिस्ट बनाई गई, जिनको करने से संघ के सदस्यों को तो लाभ मिले ही, साथ ही राजस्थानी सिनेमा भी आगे बढ़े। सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि जब सरकार की ओर से राजस्थानी फिल्मों के लिए अनुदान दिया जा रहा है तो उसमें ‘तक’ का अड़ंगा क्यों? जिस फिल्म को मिले पूरा दस लाख ही मिले। फिल्मों की दो ही कैटेगिरी हो बस। अनुदान दिए जाने योग्य और नहीं दिए जा सकने वाली फिल्म। बैठक में संघ के संरक्षक विपिन तिवारी, अध्यक्ष शिवराज गूजर, उपाध्यक्ष श्रवण सागर, राहुल सूद, पीएम चौधरी, राजेंद्र गुप्ता, शकूर खान, अमन राठौड़, प्रमोद आर्य सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।








2 टिप्‍पणियां

radha tiwari( radhegopal) ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (16-05-2018) को "रोटी है तकदीर" (चर्चा अंक-2972) पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
राधा तिवारी

shivraj gurjar ने कहा…

thanks radha tiwari ji

Blogger द्वारा संचालित.