लोग मिलते गए, कारवां जुड़ता गया मार्च 12, 2010जिनसे बात हुई, सबने कहा: तुम काम करो, हम तुम्हारे साथ है 'राजस्थानी फिल्मां रो उच्छब' में हमारा प्रयास है कि हम हर उस व्यक्ति से संप...Read More
...तो यह तय रहा मार्च 07, 2010यूं बना राजस्थानी फिल्म फेस्टिवल का विचार शाम का वक्त था। संतोष निर्मलजी और मैं थड़ी पर चाय पी रहे थे। बातों-बातों में राजस्थानी सिनेमा का ज...Read More